श्रेयांश गिरि, सलेहा, पन्ना जिला, मध्य प्रदेश में स्थित एक पवित्र जैन तीर्थ स्थल है। यह स्थान प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है और जैन धर्म के अनुयायियों के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है। यह स्थल 11वें तीर्थंकर भगवान श्रेयांश नाथ को समर्पित है
See Moreकंकाली माता शक्तिपीठ पन्ना जिले का अद्भुत मंदिर हैं. यहां माता की लेटी हुई शिशु को स्तनपान कराती प्रतिमा है. ज्यादातर मंदिरों में मां की बैठे हुए या फिर शेर पर सवार मूर्तियां होती हैं. इस शक्तिपीठ की चारों ओर ख्याति विद्यमान है, दूर-दूर से लोग माता के दर्शन करने आते हैं
See Moreमध्य प्रदेश के पन्ना जिले मे स्थित जुगल किशोर जी मंदिर का निर्माण बुन्देलखण्ड राज्य के चौथे शासक हिंदूपत सिंह मे अपने शासनकाल के समय सन् 1758 से 1778 तक किया गया था कहाँ जाता है कि जुगल किशोर जी की मूर्ति जो गर्भगृह में रखी है उसे ओरछा के रास्ते इसे वृन्दावन से पन्ना जिले लाया गया था।
See Moreमां कलेही पवई नगर से दो किलोमीटर की दूरी पर पतने नदी के तट पर विराजमान है, इस स्थान की छटा बड़ी मनोरम है। वैसे तो यहां वर्ष भर दर्शनार्थियों का तांता लगा रहता है, चैत्र नवरात्र में तो यहां विशाल मेला लगता है, जिसका प्रमाण तकरीबन पांच सौ वर्ष पुराना है।
See MoreA walk around the premises of Swami Pran Nath Temple, also known as Prannathji Temple, in the Panna district of Madhya Pradesh.
See Moreचौमुख नाथ मंदिर मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में सालेहा के पास नचना कुठार गाव के पास है ये शिवली "चौमुखनाथ " लगभग सातवीं आठवीं शताब्दी में प्रतिहार राजवंशों के शासनकाल में बना चौमुखनाथ मंदिर भारत का एकमात्र ऐसा शिवलिंग है
See Moreवैष्णो माता मन्दिर शाहनगर तहसील के सुंगरहा नामक गांव के पास माता का ऊँची पहाडी पर भव्य मंदिर है।
See Moreश्री श्री 1008 बलदेव जी का मंदिर मध्य प्रदेश के पन्ना जिले मे स्थित है, यह बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर में भगवान श्री कृष्ण के बड़े भाई प्रभु बलदेव जी की भव्य प्रतिमा विराजमान है। भगवान बलदेव जी की प्रतिमा शालिग्राम की शिला से बनी हुई है।
See Moreश्रीराम और अगस्त मुनि का मिलन स्थल मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में स्थित सिद्धनाथ आश्रम वह स्थान है. जहां वनवास पर निकले प्रभु श्रीराम की मुलाकात अगस्त्य मुनि से हुई थी. इस आश्रम में राम ने लंबा समय बिताया था. इस आश्रम में आज भी भगवान राम से जुड़ी कई निशानियां मौजूद है.
See MoreShri Ram Janki Mandir (श्री राम जानकी मंदिर) Address: Kachehri Rd, Tikuriya Mohalla, Panna, Madhya Pradesh 488001
See Moreहालांकि, मुख्य मंदिर में तीन तीर्थंकरों - शांतिनाथ, कुंठनाथ और अरहनाथ की मूर्तियां हैं, जिनमें से प्रत्येक की ऊंचाई 10 से 15 फीट है, जिनके बारे में अनुमान लगाया जाता है कि इन्हें भी 11वीं शताब्दी में बनाया गया था।
See Moreमतंगेश्वर महादेव मंदिर मध्य प्रदेश का खजुराहो बहुप्रसिद्ध पर्यटक स्थल माना जाता है। यह टूरिस्ट स्पॉट के साथ-साथ तीर्थस्थल होने का रूप भी प्रसिद्ध है। खजुराहों में मतंगेश्वर महादेव मंदिर लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र है।
See Moreहनुमान तोरिया मंदिर मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित एक प्राचीन और पवित्र मंदिर है, जो भगवान हनुमान को समर्पित है। यह मंदिर छतरपुर नगर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर एक ऊँची पहाड़ी पर स्थित है, जिससे इसे "तोरिया" (पहाड़ी) नाम मिला है।
See Moreकुण्डलपुर भारत में जैन धर्म के लिए एक ऐतिहासिक तीर्थ स्थल है। यह मध्य प्रदेश के दमोह जिले में दमोह शहर से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कुंडलगिरी में है। कुण्डलपुर में बैठे (पद्मासन) आसन में बड़े बाबा (आदिनाथ) की एक प्रतिमा है
See Moreजटाशंकर धाम बहुत ही सुन्दर प्राकृतिक व पवित्र स्थान है | जो बुंदेलखंड क्षेत्र के छतरपुर जिले में बिजावर तहसील से १५किमी घने जंगल और सुन्दर पहाड़ी से घिरा जटाशंकर धाम मंदिर परिसर ,जो बुंदेलखंड का केदारनाथ धाम के नाम से भी जाना जाता है |
See Moreदमोह जिला मुख्यालय से तकरीबन 20 किलोमीटर दूर नोहटा ग्राम में नोहलेश्वर शिव मंदिर स्थित है.जहां भगवान शिव विराजमान है इसकी गिनती बुंदेलखंड के सबसे प्राचीन और महत्वपूर्ण मंदिरों में होती है। दमोह जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर नोहटा में ऐतिहासिक नोहलेश्वर शिव मंदिर है, जो पुरातत्व विभाग के अधीन है।
See MoreRupnatheshwar Mahadev Temple is a holy religious place, Rupnath Dham. It is a historical place situated at the foothills of Kaimur mountain range of Jabalpur in Madhya Pradesh (Madhya Pradesh).
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