Panna National Park:- It is a national park extending to Panna district and Chhatarpur district of Bundelkhand region of Madhya Pradesh state of India. Panna National Park was established in 1981 by the Government of India. The Ken river passing through Panna National Park adds to the beauty of the place. There is better arrangement of hotels and lodges for the stay of tree houses and people in Panna National Park. Panna National Park was recognized as a Biosphere Reserve on 25 August 2011.
Teak, bamboo and Boswellia salt vegetation are found in Panna National Park. Many rare species of animals are found in this national park, which have become extinct. Animals like Tiger, Leopard, Chital, Chikara, Nilgai, Bear and Sambar are found in Panna National Park. Bird home of more than 200 species is also seen here, in which Red-headed vulture, bar-headed swan, honey bee and Indian vulture can also be seen here. Panna National Park is divided into three zones.
Regions of North :- Tadoba and , Areas of South :- Morhuli area and Kolasa
There are three more water sources in Panna National Park namely Tadoba River, Tadoba Lake and Kolasa Lake. Permission for safaris is also available in these three areas. The cost of jeep safari in Panna National Park is 1000 rupees for Indians and 2000 rupees for foreigners. Panna National Park is situated in the hills of Vindhachal. Its elevation is 212 meters to 338 meters above sea level.
It is in longitude from 790-45' East to 800-09' and latitude 240-27' North to 240-46' North.
Here the Ken river originates from the zigzag roads for about 55 kilometers between the Panna National Park. Panna National Park is geographically divided into three parts. The upper Talgaon plateau and the Hinauta plateau in the middle and the third is the dangerous valley of the Ken river. The attraction mountain range is spread around most of the Panna National Park.
The protected forest area of Panna district and Chhatarpur district was earlier the main center of hunting for Panna, Chhatarpur princely states and Vijavar rulers. Along with the Ken river, the Shyamari rivers also originate from Panna National Park, valleys, giri, caves, many caves are also present in this national park. Many waterfalls are also seen in Panna National Park, as Pandavas stayed in Pandava cave during their exile. Raneh Falls, Raptile Park has been developed near this waterfall. Where crocodiles and alligators are also found.
The Ken River is present here, which flows from the north direction of the National Park and comes here.
Also known as Ken Gharial Century. There are many philosophical places adjacent to Panna National Park such as temples of Panna district, Brihaspati Kund, Sarang Ashram, Tree Houses, Chaumukhnath Temple, Mazgaon Diamond Mine, Pranamiyalam Temple, Archaeological Museum, Memorial Forest etc.
The climate of the park is so pleasant in the tropical region of Panna National Park. Sometimes the weather is so hot but due to heavy rainfall during monsoon, this area becomes more attractive to the environment along with greenery. The park has many sites of historical importance. In which paintings are found on the stones of the Neolithic period. Panna National Park attracts wildlife lovers and nature lovers. The park is maintained by the Ministry of Tourism.
Panna Tiger Reserve, situated in the popular Panna National Park of Madhya Pradesh, won the award of excellence in the year 2007. Panna Tiger Reserve in Panna National Park is the 5th tiger reserve of Madhya Pradesh. The regional forest from north to south of this park is also included in the beauty of this park.
पन्ना नेशनल पार्क :- भारत के मध्य प्रदेश राज्य के बुंदेलखंड क्षेत्र के पन्ना जिले व छतरपुर जिले तक फैला एक राष्ट्रीय उद्यान है। पन्ना नेशनल पार्क को १९८१ में भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया था। पन्ना नेशनल पार्क से गुजरने वाली केन नदी वहां की सुंदरता को चार चाँद लगा देती है। पन्ना नेशनल पार्क में ट्री हाउस व लोगो के रुकने के लिए होटल और लॉज के बेहतर व्यवस्था है। पन्ना नेशनल पार्क को २५ अगस्त २०११ को बायोफियर रिजर्व के रूप में मान्यता मिला।
पन्ना नेशनल पार्क में सागौन ,बांस व बोसवेलिया नमक वनस्पतियाँ पाई जाती है। इस नेशनल पार्क में कई दुर्लभ प्रजातियों के जीव जंतु देखने को मिल जाते है, जो की विलुफ्त हो गए है। पन्ना नेशनल पार्क में बाघ ,तेंदुआ ,चीतल ,चिकारा ,नीलगाय ,भालू और सांभर आदि जानवर देखने को मिल जाते है। २०० से अधिक प्रजातियों के पंछी का घर भी यहाँ देखने को मिलता है ,जिनमे लाल सिर वाला गिद्ध ,बार हेडेड हंस ,हनी बजाई और भारतीय गिद्ध भी यहाँ देखने को मिल जाती है। पन्ना नेशनल पार्क को तीन क्षेत्रों में बांटा गया है।
उत्तर के क्षेत्र :- ताडोबा और ,दक्षिण का क्षेत्र :- मोरहुली क्षेत्र और कोळसा
पन्ना नेशनल पार्क में तदोबा नदी ,ताडोबा झील और कोळसा झील ,जैसे तीन और जल स्रोत मौजूद है। इन्ही तीनो क्षेत्रों में सफारी के लिए अनुमति भी मिलती है। पन्ना नेशनल पार्क में जीप सफारी का खर्च भारतीयो के लिए १००० रूपये और विदेशियों के लिए २००० रूपये है। पन्ना नेशनल पार्क विन्धाचल की पहाड़ियों में स्थित है। इसकी समुद्र ताल से ऊंचाई २१२ मीटर से ३३८ मीटर है।
यह देशांतर में ७९०-४५' पूर्व से ८००-०९' तथा आक्षाँश २४०-२७' उत्तर से २४०-४६' उत्तर में है।
यहाँ पन्ना राष्ट्रीय उद्यान के बीच करीब ५५ किलोमीटर तक टेढ़े मेढ़े रास्तें से केन नदी निकलती है। पन्ना राष्ट्रीय उद्यान को भौगोलिक रूप से तीन हिस्से में विभाजित है। ऊपरी तालगांव पठार और मध्य में हिनौता का पठार व तीसरा केन नदी की खतरनाक घाटी है। पन्ना नेशनल पार्क के अधिकतर चारो ओर आकर्षण पर्वत श्रंखला फैली हुई है।
पन्ना जिला व छतरपुर जिले के संरक्षित वन क्षेत्र पहले पन्ना ,छतरपुर रियासतों व विजावर शासको के शिकार करने का प्रमुख केंद्र था। पन्ना नेशनल पार्क से केन नदी के साथ साथ श्यामरी नदियाँ भी निकलती है इस नेशनल पार्क में घाटियाँ,गिरि,कन्दराएँ,कई गुफाये भी मौजूद है। पन्ना राष्ट्रीय पार्क में अनेक झरने भी देखने को मिलते है ,जैसे पांडवो ने अज्ञातवास के समय पांडव गुफा में रुके थे। रनेह जलप्रपात ,इस जलप्रपात के पास में रैप्टाइल पार्क को विकसित किया गया है। जहा पर मगरमच्छ व घड़ियाल भी पाए जाते है।
यहाँ पर केन नदी मौजूद है जो नेशनल पार्क के उत्तर दिशा से प्रवाहित होकर यहाँ तक आती है।
केन घड़ियाल सेंचुरी के नाम से भी जाना जाता है। पन्ना नेशनल पार्क से सटे कई दार्शनिक स्थल है जैसे पन्ना जिले के मंदिर ,बृहस्पति कुंड ,सारंग आश्रम ,ट्री हाउसेस ,चौमुखनाथ मंदिर मझगांव हीरा खदान ,प्रणामीआलम मंदिर ,पुरातत्व संग्रहालय ,स्मृति वन आदि।
पन्ना नेशनल पार्क के उषणकटिबन्धीय क्षेत्र में उद्यान की जलवायु इतना सुखद होता है। कभी कभी मौसम इतना गरम होता है लेकिन मानसून के समय भारी वर्षा होने के कारन यह क्षेत्र हरियाली के साथ साथ वातावरण को और अधिक आकर्षण बनता है। पार्क के कई ऐतिहासिक महत्व के स्थल है। जिसमे नवपाषाण काल के समय के पत्थरो पर चित्रकारी मिल जाती है। पन्ना राष्ट्रीय उद्यान वन्यजीव प्रेमियों और प्रकृति प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस उद्यान की देखभाल पर्यटन मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
मध्य प्रदेश का लोकप्रिय पन्ना राष्ट्रीय उद्यान में बसा पन्ना टाइगर रिजर्व ने वर्ष २००७ में उत्कृष्टता का पुरस्कार जीता था |पन्ना नेशनल पार्क में मौजूद पन्ना टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश का ५वा बाघ अभ्यारण्य है। इस उद्यान के उत्तर से दक्षिण तक के क्षेत्रीय वन भी इस उद्यान की खूबसूरती में शामिल है।
Panna National Park is spread over 1645 sq. km was carved out of the hunting reserves of Panna, Bijawar and Chatarpur states. Out of the total area 543 sq km is core and 1002 sq km is buffer. In 1994 it became Indias 22nd Tiger Reserve. It is predominantly an open forest and offers great opportunity to view animals like Tiger, Sloth Bear, Cheetal, Sambhar and Nilgai. Panna is also home to crocodiles and over 300 species of birds.
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